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अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस 2025

11 दिसंबर को मनाए जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस 2025 का मकसद पहाड़ों द्वारा पारिस्थितिक संतुलन और मानव समृद्धि की रक्षा में निभाई जाने वाली अहम भूमिका की ओर ध्यान दिलाना है। इस साल की थीम, 'पहाड़ों और उससे आगे पानी, भोजन और आजीविका के लिए ग्लेशियर मायने रखते हैं,' ग्लेशियरों को लगभग दो अरब लोगों के लिए ताज़े पानी के महत्वपूर्ण भंडार के रूप में उजागर करती है, खासकर स्वदेशी समुदायों के लिए जो खेती, पनबिजली और सांस्कृतिक परंपराओं के लिए उन पर निर्भर हैं। इस अवसर पर, संस्थान ने डॉ. लवकुश कुमार पटेल द्वारा एक विशेष व्याख्यान आयोजित करके अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस 2025 मनाया, जो वर्तमान में सेंटर फॉर क्रायोस्फीयर एंड क्लाइमेट चेंज स्टडीज़ (C4S), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलॉजी (NIH), रुड़की में वैज्ञानिक 'D' के रूप में कार्यरत हैं, जिसका शीर्षक था 'ग्लेशियर डायनामिक्स को समझना: बर्फ के प्रवाह से जलवायु परिवर्तन तक।' फोटोग्राफी प्रतियोगिता के पुरस्कार भी शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों के बीच वितरित किए गए।



दिनांक: 11th Dec 2025
लद्दाख रीजनल सेंटर ने यूनाइटेड नेशंस के 'इंटरनेशनल ईयर ऑफ़ ग्लेशियर्स' प्रिजर्वेशन 2025' के साथ मिलकर 'इंडियन हिमालयी क्षेत्र के ग्लेशियर' पर एक सेमिनार आयोजित किया। इस कार्यक्रम में डॉ. रियाज़ अहमद मीर ने 'लद्दाख के बदलते क्रायोस्फीयर और उभरती जल सुरक्षा चुनौतियों' पर एक जानकारी भरी लेक्चर दिया।